फिर भी यह प्रतीत होता है कि बुर्जुआ मंडनकर्ताओं ने अपनी विचारधारा के बरखिलाफ यह बात स्वीकार किया है कि पूंजीवाद क्रांतिकारी परिवर्तन से गुजर चुका है जिसके तहत प्रबंधकीय क्रांति के प्रतिफल के रूप में पूंजी के मालिकों को टेक्नोक्रेटों के द्वारा पदच्युत कर दिया गया है.